बवासीर में मीठा खाना चाहिए या नहीं (Should one eat sweets in piles or not )

बवासीर में मीठा खाना चाहिए या नहीं : बवासीर में मीठा खाना चाहिए या नहींआजकल दैनिक दिनचर्या और खान–पान के कारण बवासीर के मरीज काफी संख्या में बढ़ रहे हैं। बवासीर हो जाने के पश्चात् मरीज को यह पता नहीं होता है कि बवासीर में मीठा खाना चााहिये या नहीं। इसलिये आज आपको इस लेख के माध्यम से बताने का प्रयास किया गया है “बवासीर के मरीज को मीठा खाना चाहिये या नहीं”। वैसे तो ज्यादातर लोगों को मीठा खाना पसन्द होता है अगर बात बवासीर में मीठा खाने की हो तो बवासीर के रोगी को मीठा खाने से बचना चाहिए, क्योंकि अधिक मीठा खाने से पेट में कब्‍ज की शिकायत बढ़ सकती है। इसलिए रोगी को मिठाई या चीनी से बनने वाली चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए। इसके अलावा रोगी का वजन भी बढ सकता है। बवासीर के मरीज को प्राकृतिक मिठास वाला आहार लेना चाहिये। और अधिक जानने के लिये आप हमारे साथ बने रहें। बवासीर के मरीज को मीठा खाना चाहिये या नहीं (Should one eat sweets in piles or not )इस पर विस्‍तार से समझने से पूर्व हमें बवासीर के बारे में कुछ जान लेना चाहिये‚ जैसे कि बवासीर क्‍या है‚ क्‍यों होती है और इसके लक्षण और इलाज क्‍या है–

बवासीर क्या हैॽ

बवासीर एक बहुत ही पीड़ादायक रोग है। इस रोग में व्यक्ति के गुदानलिका के अन्‍दर मस्‍से बन जाते हैं जिसके कारण गुदा द्‍वार के आस-पास जलन, सूजन और खुजली होने लगती है। इसके अलावा इसमें चलन–फिरने और उठने–बैठने में भी समस्या होती है। कभी–कभी मल के साथ रक्त आने लगता है। इस बीमारी में भयानक दर्द का समाना करना पड़ता है।

पाइल्स कितने प्रकार की होती है

बवासीर मुख्य रूप से दो प्रकार की होती है–

खूनी बवासीर- खूनी बवासीर में ज्‍यादातर मरीजों को दर्द‚ जलन और सूजन की शिकायत नहीं होती है‚ लेकिन शौच के समय या बाद में खून आने लगता है। खूनी बवासीर जब ज्‍यादा पुरानी हो जाती है तो इसमें काफी मात्रा में खून आने लगता है। इसमें भीतर की ओर मस्सा होता है जो ज्‍यादा पुराना हो जाने पर बाहर की तरफ आ जाता है। खूनी बवासीर के पुराने हो जाने पर ये भगन्दर का रूप ले लेता है।

बादी बवासीर- बादी बवासीर में जलन, दर्द, खुजली और सूजन इत्यादि की समस्याएं होती हैं। इसके अलावा मल कठोर आने के कारण कभी–कभी खून भी आ जाता है। इसमें मस्‍सें बाहर की ओर होते हैं जो बडे़ हो जाने पर गुदाद्‍वार के बाहर आने लगते हैं।

बवासीर के मरीज को बवासीर में मीठा खाना चाहिए या नहीं

आइये अब विस्‍तार से जानते है कि बवासीर के मरीज को मीठा खाना चाहिये या नहीं और मिठाई खाने से क्‍या–क्‍या परेशानियां आती है –

क्‍या बवासीर में चीनी खानी चाहिए या नहीं

पाइल्स के रोगी कों अधिक चीनी और कार्बोहाइड्रेट का सेवन नहीं करना चाहिए क्योकि इससे कब्ज जैसी समस्या होने लगती है, जो बवासीर पर नकारात्मक प्रभाव डालती है। यदि आप चाहे तो गुड़ का सेवन कर सकते हैं। गुड़ के सेवन से पेट में कब्ज की समस्या नहीं होती है।

बवासीर (पाइल्स) में मीठा खाने से क्या होता है

बवासीर में मीठा खाने से पेट में कब्ज की समस्या हो जाती है, जिसके कारण बवासीर पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है, पाइल्स में ज्यादा मीठा खाने से रोगी का वजन बढ़ सकता है, और इसके साथ-साथ डायबिटीज जैसा रोग होने की संभावना हो सकती है। प्रश्न के उत्तर इससे आपको समक्ष में आया होगा कि बवासीर में मीठा खाना चाहिए या नहीं ।

क्या मिठाई खाने से बवासीर होता है

बवासीर में मीठा खाना चाहिए या नहीं यह प्रश्न हमेशा बवासीर के मरीजों में बना रहता है। यदि देखा जाए तो मिठाई के सेवन से बवासीर का कोई संबंध नहीं है, लेकिन ज्यादा मात्रा में मिठाई का सेवन करने से बचना चाहिए। यदि आप भी पाइल्स के रोगी हैं, तो ज्यादा मिठाई के सेवन करने से बचें, क्योंकि पाइल्स एक्सपर्ट के अनुसार अधिक मीठा या मिठाई खाने से बवासीर का रोग बढ़ सकता है।

बवासीर के रोग में कैसे आहार लेने चाहिए

बवासीर के रोग में सरलता से पचने वाली चीजों का सेवन करना चाहिए, जैसे फलों का सेवन करें, हरी पत्तेदार सब्जियां जैसे पालक, गाजर, खीरा, पत्तागोभी, ब्रोकली इत्यादि का सेवन करें। हर्बल चाय, फलियां, आर्टिचोक, जड़ वाली सब्जियां, अजामोद, तरल पदार्थ जैसे, पालक, शलजम और गाजर का रस आदि का सेवन करना चाहिये। दलिया, दही, छाछ, ओट्स, कच्चा सलाद इत्यादि का सेवन करें। इसके अलावा भरपूर मात्रा में पीनी पीना चाहिए। जिनके मरीजों के मन में यह प्रश्न है कि बवासीर में मीठा खाना चाहिए या नहीं उनको मिठाई खाने या न खाने पर ध्यान न देकर उपरोक्त आहार लेने मे प्राथमिकता देनी चाहिये।

बवासीर के रोग में क्या नहीं खाना चाहिए।

बवासीर के रोगी के मन में जैसे बवासीर में मीठा खाना चाहिए या नहीं उसी प्रकार से बवासीर के रोग में क्या खाना चाहिये यह प्रश्न भी बना रहता है। बवासीर के रोगी में ऐसा भोजन करने से बचना चाहिए‚ जिससे बवासीर की समस्या बढ़ सकती हो। बवासीर के मरीज को तैलीय और मासालेदार भोजन जैसे, मोमोज, समोसा, कचौरी, फास्ट फूड्स, फ्रेंच फ्राइज, चिप्स आदि, पनीर, चाय, कॉफी, सिगरेट, गुटखा, सुपारी, मांस, मछली, अंडे इत्यादि चीजों का सेवन करनें से बचना चाहिये।

इसे भी पढ़े– बवासीर को बिना ऑपरेशन के ठीक करने की दस सर्वश्रेष्‍ठ दवायें

निष्कर्ष

इस लेख मे बवासीर में मीठा खाना चाहिए या नही इसके बारे में जानकारी दी गयी है और इसके अलावा ये भी बताया गया है कि बवासीर में मीठा खाने से क्या होता है। बवासीर के मरीज को मस्‍सों के सुखाने वाली दवाओं का प्रयोग करना चाहिये ताकि मस्‍सा सूख कर खत्‍म हो जाये और बवासीर ठीक हो सके। एक बार बवासीर ठीक हो जाये तो वह सीमित मात्रा में मिठाई खा सकेगा और सामान्‍य तरह से जीवन यापन करने लगेगा।

लोगों द्वारा पूछें जाने वाले प्रश्न और उनके उत्तर।

बवासीर क्या हैॽ

बवासीर एक दर्दनाक रोग है, इस रोग में व्यक्ति के गुदाद्‍वार के आस-पास जलन, सूजन और खुजली होने लगती है, इसके अलावा इसमें चलन–फिरने और उठने–बैठने में भी समस्या होती है। मल के साथ रक्त आने लगता है। इस बीमारी में भयानक दर्द का समाना करना पड़ता है।

क्या बवासीर के रोग में मीठा खाया जा सकता हैॽ

बवासीर के रोगी को मिठाई या चीनी से बनने वाली चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए। बवासीर में मीठा खाने से पेट में कब्ज की समस्या हो जाती है, जो बवासीर को बढ़ा सकती है।

बवासीर में क्या खाना चाहिएॽ

बवासीर में हरी पत्तेदार सब्जियां जैसे पालक, मेथी‚बथुआ‚ मूली इत्‍यादि का सेवन करना चाहिये। इसके अलावा सलाद और फलों का सेवन करना चाहिये।

पाइल्स (बवासीर) में मीठा खाने से क्या हो सकता हैॽ

पाइल्स में ज्यादा मीठा खाने से मरीज को कब्ज की समस्या हो सकती है। पेट में कब्‍ज होने के कारण बवासीर में दर्द‚ जलन‚ सूजन और खून आने जैसी परेशानियां बढ़ सकती है‚ इसके साथ-साथ डायबिटीज जैसे रोग होने की संभावना हो सकती है।

बवासीर में क्या नही खाना चाहिएॽ

बवासीर में तैलीय और मसालेदार भोजन करने से बचना चाहिये। शराब और धूम्रपान भी बन्‍द कर देना चाहिये।

क्या मीठा खाने से बवासीर हो सकती हैॽ

वैसे तो मीठा खाने से बवासीर के रोग होने का कोई संबंध नहीं है। बवासीर रोग ज्‍यादातर कब्‍ज की समस्‍या के कारण होता है और मिठाई कभी–कभी कब्‍ज को बढ़ा देती है। इसलिये पाइल्स एक्सपर्ट बवासीर के मरीज को मिठाई खाने से परहेज करने को कहते हैं।

इसे भी पढ़ें–

महिला बवासीर के लक्षण

नींबू से बवासीर का इलाज

फिशर का ऑपरेशन कैसे होता है 

कोलगेट से बवासीर का इलाज

संदर्भ :

Dietary Guidelines for Americans, 2020–2025 : Eating, Diet, & Nutrition for Hemorrhoids

Greta Burmeister, Wolfgang Lieb : Dietary Intake and Physical Activity in Patients After Invasive Treatment of Hemorrhoidal Disease

Leave a Comment