Colgate Se Bawaseer Ka Ilaj | कोलगेट से बवासीर का इलाज

Colgate se bawaseer ka ilaj : दुनियाभर में कई लोग बवासीर की बीमारी से पीड़ित हैं। अगर इस रोग का इलाज शुरूआत में अच्छे से किया जाए तो यह जड़ से ठीक हो सकती है। अगर ये समस्या ज्यादा समय तक रहती है, तो यह बहुत दर्दनाक बन जाती है। बवासीर के इलाज के लिए अनेक दवाएं मौजूद है, इनका उपयोग करके आप इस रोग में लाभ उठा सकते हैं। कुछ लोग पाइल्स के रोग में घरेलू उपचार का प्रयोग करते हैं। बहुत से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म बड़े जोर–शोर से बताया जाता है कि कोलगेट बवासीर में बहुत लाभकारी होता है इसलिये बहुत से लोगों के मन में ये सवाल उठता है कि क्या कोलगेट से बवासीर को दूर किया जा सकता है। तो आइये आज Colgate se bawaseer ka ilaj कि इस लेख में माध्यम से जानते है कि क्या कोलगेट से बवासीर का इलाज किया जा सकता है।

Colgate se bawaseer ka ilaj इलाज जानने से पहले कुछ बवासीर के बारे में जानना आवश्यक है तो आइये सबसे पहले जानते है कि बवासीर क्या है और इसके लक्षण कौन–कौन से होते हैं–

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बवासीर क्या हैॽ What is Piles

बवासीर मलद्वार में होने वाला रोग है, इस रोग को पाइल्स, मूलव्याधि और कहीं-कहीं पर महेशी के नाम से जाना जाता है। बवासीर में रोगी को मलत्याग के समय बहुत दिक्कत होती है, लम्बे समय तक कब्ज बने रहने के कारण लोगों का मल सूख जाता है जिसके कारण उनको सुबह शौच के समय ताकत लगानी पड़ती है और ताकत लगाने के कारण लोगों की गुदा नलिका में मौजूद नसों की शिराओं में सूजन आ जाती है और उनमें मस्से बन जाते है। इसी कारणवश लोगों को शौच के समय दर्द‚ जलन‚ सूजन और खून आने की समस्या होने लगती है।

इस बीमारी के कारण लोगों को बहुत परेशानी उठानी पड़ती है। बवासीर की बीमारी मे एनस के पास होने वाले दर्द को सहन करना बहुत मुश्किल होता है और जिनको खून आता है उनको काफी कमजोरी हो जाती है और उनका हीमोग्लोबिन काफी कम हो जाता है। बवासीर के लक्षण दिखने पर इसका इलाज तुरन्त किया जाए तो यह जड़ से ठीक हो सकती है। इस लिए इसके लक्षण जानना बेहद जरूरी है। चलिए इस लेख के माध्यम से बवासीर के लक्षण के बारे में विस्तारपूर्वक बताते हैं।

बवासीर (पाइल्स) के लक्षण।

बवासीर के लक्षण इस प्रकार दिखते है, जैसे मलत्याग के समय दर्द होना, गुदा में जलन और खुजली होना, बैठते समय दिक्कत महसूस होना, शौच के बाद भी पेट का साफ न होने का आभास होना और बार-बार मल त्याग करने की इच्छा होना‚ शौच के समय या बाद में खून आना इत्यादि। किसी भी व्यक्ति को जब ऐसे लक्षण दिखने लगे तो उसे किसी अच्छे डॉक्टर से तुरन्त सलाह लेनी चाहिए।

बवासीर (पाइल्स) होने पर सावधानियां।

यदि किसी को बवासीर के लक्षण दिख रहे हैं या बवासीर का रोग पहले से है, तो कुछ सावधानियां बनाए रखनी चाहिए। चालिए आपको बता दें, कि क्या- क्या सावधानी बनाए रखनी चाहिए।

  • मिर्च मसाले वाली चीजों से दूर रहें।
  • चाय कॉफी का सेवन न करें।
  • तले हुए पदार्थों से दूर रहें।
  • डेयरी उत्पादों का सेवन न करें।
  • अधिक से अधिक हरी सब्जियां, फल और जूस इत्यादि का सेवन करें।
  • दिन में कम–से–कम तीन से चार लीटर पानी पीना चाहिए।

आइये अब जानते है कोलगेट क्या है–

कोलगेट क्या है | What is Colgate

कोलगेट एक टूथपेस्ट है जिसका प्रयोग दांतो को साफ रखने‚ दांतो की सड़न और मसूड़ों में आने वाली सूजन को दूर करने के लिए किया जाता है। आज कल इसका उपयोग भारतवर्ष के ग्रामीण इलाकों में अधिक किया जाता हैं। इसमें कई प्रकार के केमिकल होते हैं जो सिर्फ दांतो को साफ करने‚ दांतो की सड़न रोकने और मसूड़ों में आने वाली सूजन को दूर करने के में ही लाभदायक होते है।

क्या कोलगेट से बवासीर का इलाज किया सकता है  | Colgate se bawaseer ka ilaj

बवासीर के रोग में लाभ पाने के लिए लोग अनेक तरह के घरेलू नुस्खों का प्रयोग करते है। कुछ अफवाह और चर्चाएं कोलगेट पर भी हैं कि क्या कोलगेट से बवासीर का इलाज किया जा सकता है। टूथपेस्ट में आमतौर पर बेंकिंग सोडा, मेंथॉल, हाइड्रोजन पेरोक्साइड और कुछ पोषक तत्व और गुण पाए जाते हैं जो दांतो को स्वस्थ रखने के लिये तो लाभदायक साबित होते है लेकिन बवासीर में कोलगेट के उपयोग से कोई लाभ नहीं मिलता है।

बवासीर से प्रभावित एरिया में कोलगेट का पेस्ट लगाने से इन्फेक्शन की सम्भावना बनी रहती है इसलिये इसके उपयोग से बचना चाहिये। कई सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अनुभवहीन व्यक्तियों द्वारा अपनी पोस्ट पर लाईक या व्यू बढ़ाने के लिये “Colgate se bawaseer ka ilaj” या “Colgate se kare bawaseer ka ilaj” जैसी भ्रामक सूचनायें प्रसारित या पोस्ट कर दी जाती है जिनका उपयोग करके मरीज अपनी समस्यायें बढ़ा लेता है

कोलगेट के पेस्ट को बवासीर से प्रभावित क्षेत्र में लगाने से गुदाद्वार के आस–पास होने वाले दर्द‚ जलन‚ सूजन और खुजली में कोई राहत नहीं मिलती है बल्कि इन्फेक्शन होने सम्भावनायें प्रबल हो जाती है।

बवासीर से परेशान रोगी के एनल कैनॉल (गुदा नलिका) में मस्से बन जाते हैं‚ जिसके कारण बवासीर में दर्द‚ जलन और सूजन रहती है। बवासीर को जड़ से समाप्त करने के लिये रोगी को मस्सों को सुखाने वाली दवाओं को खाना चाहिये और बवासीर से प्रभावित क्षेत्र में लगाने के लिये कोई अच्छा ऑइन्टमेन्ट(क्रीम) ही लगाना चाहिये।

मेडिकल स्टोर पर या ऑनलाइन कुछ ऐसी चुनिन्दा दवायें जैसे पाउडर‚ कैप्सूल‚ टेबलेट या क्रीम मिल जाती हैं जो बवासीर के मस्सों को सुखाने का कार्य करती है। एक बार मस्से सूख जाते हैं तो बवासीर की शिकायत ठीक हो जाती है।

बवासीर की सर्वोत्तम दवा

इसे पढ़ें– बवासीर के मस्सों को सुखाने के टॉपटेन दवायें

निष्कर्ष- इस Colgate se bawaseer ka ilaj के लेख को पढ़कर आपने जाना होगा कि कोलगेट से बवासीर में कोई लाभ नहीं मिलता है। बवासीर से प्रभावित एरिया में कोलगेट का पेस्ट लगाने से इन्फेक्शन की सम्भावना बनी रहती है इसलिये इसके उपयोग से बचना चाहिये। कई सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अनुभवहीन व्यक्तियों द्वारा अपनी पोस्ट पर लाईक या व्यू बढ़ाने के लिये “Colgate se bawaseer ka ilaj” या “Colgate se kare bawaseer ka ilaj” जैसी भ्रामक सूचनायें प्रसारित या पोस्ट कर दी जाती है जिनका उपयोग करके मरीज अपनी समस्यायें बढ़ा लेता है

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लोगों द्वारा पूछे जाने वाले महत्वपूर्ण प्रश्न और उनके उत्तर।

बवासीर होने का मुख्य कारण क्या हो सकता हैॽ

बवासीर (पाइल्स) होने के कई कारण हो सकते हैं, जिसमें से कब्ज सबसे मुख्य कारणों में से एक है। इसके अलावा अधिक मोटापे के कारण भी बवासीर हो सकता है, कभी-कभी महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान भ्रूण का बजन बढ़ने के कारण बवासीर का रोग हो जाता है।

बवासीर कितने प्रकार की होती हैॽ

बवासीर दो प्रकार की होती है, 1. खूनी बवासीर 2. बादी बवासीर। खूनी बवासीर में मलत्याग के समय खून आता है, बादी बवासीर में खुजली, जलन और दर्द जैसी समस्याएं होती है।

बवासीर के लक्षण कैसे दिखते हैंॽ

बवासीर रोग में कई लक्षण दिखायी देते हैं। जैसे, गुदा भाग में खुजली, जलन, सूजन और दर्द का होना, मल त्याग के समय खून आना, शौच के बाद भी पेट का साफ न होने का आभास होना और बार-बार मल त्याग करने की इच्छा होना इत्यादि।

बवासीर (पाइल्स) रोग होने पर किस तरह का भोजन नही लेना चाहिएॽ

इस रोग में मिर्च–मसाले वाला भोजन न करें, चाय और कॉफी का भी उपयोग न करें। डेयरी उत्पाद जैसे, पनीर, दूध, चॉकलेट, आइसक्रीम इत्यादि पदार्थों के साथ –साथ ज्यादा तैलीय भोजन का सेवन नहीं करना चाहिये।

क्या कोलगेट का उपयोग करके बवासीर में लाभ पा सकते हैंॽ

जी नहीं, कोलगेट के पेस्ट को बवासीर से प्रभावित क्षेत्र में लगाने से गुदाद्वार के आस–पास होने वाले दर्द‚ जलन‚ सूजन और खुजली में कोई राहत नहीं मिलती है बल्कि इन्फेक्शन होने सम्भावनायें प्रबल हो जाती है।

बवासीर में लाभ पाने के लिए कोलगेट का उपयोग किस प्रकार से करना चाहिएॽ

बवासीर की समस्या में कोलगेट का प्रयोग नहीं करना चाहिये। इसका प्रयोग करने से काफी गम्भीर परिणाम मिल सकते हैं और आपको परेशानी बढ़ सकती है।

क्या बवासीर में कपूर और कोलगेट का प्रयोग करने से लाभ मिलता हैॽ

जी नहीं‚ बवासीर (पाइल्स) के रोग में कपूर और कोलगेट के उपयोग से कोई लाभ नहीं मिलता है बल्कि गुदा क्षेत्र में इन्फेक्शन का खतरा बढ़ जाता है।

बवासीर होने पर किस प्रकार का आहार लेना चाहिएॽ

बवासीर में अंकुरित अनाज को खाने से फायदा मिलता है, क्योकि अंकुरित अनाज में फाइबर की मात्रा अधिक होती है। इसके अलावा अधिक से अधिक हरी सब्जियां, फल, जूस, फलिया, दही, मठ्ठा इत्यादि का सेवन करना चाहिए और पर्याप्त मात्रा में पानी पीना चाहिए।

बवासीर किस उम्र में होता हैॽ

आजकल बवासीर की समस्या सभी उम्रवर्ग के व्यक्तियों में देखी जाने लगी है। वैसे बवासीर (पाइल्स) की बीमारी को 45 से 65 साल की उम्र के व्यक्तियों में ज्यादा देखी जाती है।

बवासीर की आखिरी स्टेज क्या हैॽ

बवासीर को कई ग्रेड में बांटा गया है और आखिरी स्टेज चतुर्थ ग्रेड है जिसमें मस्सों आ आकार काफी बड़ा हो जाता है और वे बाहर निकले हुये रहते हैं और उनमें खून भी आता है। रोगी दर्द से बेहाल रहता है।

बवासीर को बिना ऑपरेशन ठीक करने वाली सर्वोत्तम दवा

सन्दर्भ :

World J Gastroenterol. 2015 Aug 21; 21(31): 9245–9252 : Treatment of hemorrhoids: A coloproctologist’s view


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