बवासीर को 3 दिन में ठीक करने के घरेलू उपाय। Home remedies to cure piles in 3 days

बवासीर को 3 दिन में ठीक करने के घरेलू उपाय (Home remedies to cure piles in 3 days) : Piles यानी बवासीर यह बहुत दर्दनाक रोग होता है। इस रोग में मलद्वार में दर्द, जलन, खुजली और मस्से जैसी समस्या का समना करना पड़ता है। यदि आपको ग्रेड-1 और ग्रेड-2 की पाइल्स है, तो आप इसे दूर करने के लिए घरेलू नुस्खों, फार्मास्युटिकल दवाओं, होम्योपैथिक और आयुर्वेदिक दवाओं का प्रयोग कर सकते हैं। यदि आपको ग्रेड-3 और ग्रेड-4 की पाइल्स है, तो इसे इस तरह के इलाज से दूर नहीं किया जा सकता है। यदि आप भी पाइल्स को 3 दिन में ठीक करना चाहते हैं, तो इस लेख को अन्त तक जरूर पढ़े। बवासीर को 3 दिन में ठीक करने के घरेलू उपाय (Home remedies to cure piles in 3 days) माध्यम से ठीक करने से पहले इस रोग के बारे में जानना बहुत आवश्यक है।

Table of Contents

पाइल्स (बवासीर) क्या हैॽ

पाइल्स को हेमोराइड भी कहा जाता है। बवासीर एक भयानक दर्द देने वाला गुदा रोग है। इस रोग में कब्‍ज या अन्‍य किसी कारणों से दबाव या खिंचाव पड़ने के कारण गुदा नलिका के अन्‍दर की नसों की शिराओं में सूजन आ जाती है और इन्‍ही सूजी हुयी शिराओं में मस्‍से बन जाते हैं।

बवासीर के प्रकार

बवासीर मुख्य रूप से दो प्रकार की होती है–

  1. खूनी बवासीर
  2. बादी बवासीर

बवसीर के ग्रेड

आमतौर पर लोग बवासीर के प्रकार और ग्रेड को लोग एक समझ ही लेते हैं, लेकिन ऐसा नही है। बवासीर (Piles) को अलग-अलग चार ग्रेडों में विभाजित किया गया है।

  • ग्रेड 1 की बवासीर
  • ग्रेड 2 की बवासीर
  • ग्रेड 3 की बवासीर
  • ग्रेड 4 की बवासीर

ग्रेड 1 की बवासीर– ग्रेड 1 की बवासीर को बवासीर की शुरूआती अवस्था माना जा सकता है। इसमें नसों का सूजा हुआ महसूस होना और मलत्याग के समय कठिनाई महसूस होती है, इसे घरेलू नुस्खों का उपयोग करके कुछ समय के दूर किया जा सकता है लेकिन पूरी तरह से ठीक नहीं किया जा सकता है। इसमें बवासीर के मस्‍से आपनी शुरूआती अवस्‍था में होते हैं। ऐसे समय में यदि रोगी बवासीर के मस्‍सों को सुखाने की दवाओं का प्रयोग करता है तो बवासीर के मस्‍से जल्‍दी सूख जाते हैं और बवासीर एकदम ठीक हो जाती है।

और पढ़ें– बवासीर के मस्‍सों को सुखाने की टॉपटेन दवायें।

ग्रेड 2 की बवासीर– ग्रेड 2 की बवासीर में मलत्याग के समय मस्से बाहर आने लगते हैं और शौच के बाद यह खुद ही गुदा के अन्दर चले जाते हैं। इसमें चलते-फिरते और बैठते समय हल्के दर्द का होना, गुदा के ओर पास खुजली होना और मलत्याग के समय हल्का रक्त भी आ सकता है। इसको ठीक करने करने के लिये तुरन्‍त बवासीर के मस्‍सों को सुखाने वाली आयुर्वेदिक दवाओं का सेवन करना चाहिये ताकि मस्‍से सूख सकें और बवासीर ठीक हो जाये।

ग्रेड 3 की बवासीर– ग्रेड 3 की बवासीर में मलत्याग के समय बाहर आने वाले मस्सों को उंगलियों से धकेल कर गुदा अन्दर करना पड़ता है ये मस्‍से शौच के बाद खुद से ही गुदा अन्दर नहीं जाते हैं। इसमें मलत्याग और चलते फिरते समय असहनीय दर्द होता है और गुदा से हल्के रंग का खून निकलने लगता है। इसके उपचार के लिए भी रोगी को मस्‍सों को सुखाने वाली दवाओं का प्रयोग करना चाहिये। इसके अलावा लेजर सर्जरी का चयन किया जा सकता है लेकिन ज्‍यादातर मरीजों को लेजर सर्जरी कराने के कुछ दिनों या महीनों बाद फिर से बवासीर की परेशानी होने लगती है। इसलिये सर्जरी कराने से पहले रोगी को मस्‍सों को सुखाने वाली दवाओं का प्रयोग करना चाहिये यदि दवाओं से मस्‍से न सही हो पायें तो ही सर्जरी करानी चाहिये।

ग्रेड 4 की बवासीर– ग्रेड 4 की बवासीर में मस्से हमेशा के लिए बाहर आ जाते है। इसमें मलत्याग के समय तेल खून आना और असहनीय दर्द का होना, मस्सों का आकार अधिक बड़ा होना और हर क्रियाकलाप के समय गुदा क्षेत्र में दर्द हेना। इस ग्रेड की बवासीर को ठीक करने के लिये डॉक्‍टर ऑपरेशन कराने की सलाह देते हैं। लेकिन बवासीर का ऑपरेशन 100 प्रतिशत् सफल नहीं है। हमारे देश में सदियों से आयुर्वेदिक दवायें बवासीर के मस्‍सों को सुखाने के काम आती रही हैं। आजकल भी बाजार में कई ऐसी दवायें मौजूद हैं जो मस्‍सों को सुखाकर उन्‍हें जड़ से खत्‍म कर देतीं हैं। इसलियें ऐसी दवा का चयन करना चाहिये जो मस्‍सों को सुखाकर समाप्‍त कर दें और बवासीर हमेशा के लिये ठीक हो जाय।

और पढ़ें– बवासीर के मस्‍सों को सुखाने की 10 सर्वश्रेष्‍ठ दवायें

बवासीर की रोकथाम

बवासीर न हो इससे बचने के लिए व्‍यक्‍ति को निम्‍न आदतें अपनी जीवनशैली में डालनी चाहिये–

  • सुबह जल्‍दी उठकर टहलान और योगासन करना चाहिये।
  • हरी सब्‍जियां‚ सलाद और मोटे अनाज का प्रयोग करना चाहिये।
  • समय से पर्याप्‍त नींद लेना चाहिये।
  • धूम्रपान‚ शराब और पान–मसाला का प्रयोग नहीं करना चाहिये।
  • एक स्वस्थ जीनव शैली और भरपूर मात्रा में फाइबर युक्त आहार का प्रयोग करना चाहिये।
  • पेट में कब्‍ज नहीं होने देना चाहिये।
  • मोटापे को कन्‍ट्रोल रखना चाहिये।
  • अवसादग्रस्‍त नहीं रहना चाहिये।

बवासीर में परहेज

  • तैलीय और मसालेदार खाना और जंक फूट नहीं खाना चाहिये।
  • धूम्रपान‚ शराब और पान–मसाला का प्रयोग नहीं करना चाहिये।
  • हाई प्रोटीन युक्‍त खाना नहीं खाना चाहिये।
  • मैदे से बनी हुयी चीजों के सेवन करने से बचना चाहियें।
  • उडद दाल‚ बैगन और अरबी का प्रयोग नहीं करना चाहिये।
  • मांसाहार का सेवन नहीं करना चाहिये।

बवासीर को 3 दिन में ठीक करने के घरेलू उपाय (Home remedies to cure piles in 3 days)

घरेलू नुस्खों के प्रयोग से बवासीर की समस्या में कुछ समय के लिये लाभ पाया जा सकता है। आइये जानते हैं बवासीर को 3 दिन में ठीक करने के घरेलू उपाय (Home remedies to cure piles in 3 days)क्‍या हैं।

सिट्ज बाथ से बवासीर में लाभ

जिन लोगों को पाइल्स में भयानाक दर्द होता है, उन्हें दिन में कई बार गुनगुने जल में बैठने से बवासीर में होने वाले दर्द और खुजली राहत मिलती है।

आइस पैक के प्रयोग से बवासीर में लाभ

10-15 मिनट तक आइस पैक का प्रयोग करने से बवासीर के दर्द में राहत मिलती है।

देसी घी और हल्दी के उपयोग से पाइल्स की समस्या में लाभ

देसी घी का नियमानुसार सेवन करने से कई बीमारियों से छुटकार मिलता है। बवासीर की समस्या में लाभ पाने के लिए थोड़े से देसी घी में एक चम्मच हल्दी पाउडर मिलाकर पेस्‍ट बना लें और इस पेस्‍ट को नियमित रूप से बवासीर वाली जगह पर लगाएं। इसे कुछ ही दिनों में पाइल्स की समस्या में लाभ मिलेगा।

ग्लिसरीन और एप्सम साल्ट से पाइल्स में लाभ

एप्सम साल्ट और ग्लिसरीन के मिश्रण का प्रयोग करने से बवासीर में होने वाले दर्द और रक्तस्राव को कम को कम करने में मदद मिल सकती है। ग्लिसरीन खुजली और मामूली रक्तस्राव को रोकने में मदद करती है। दो चम्मच ग्लिसरीन को कपड़े की मदद से 20-25 मिनट के लिए गुदा पर लगाएं।

विच हेजल के उपयोग से पाइल्स की समस्या में राहत

विच हेजल एक शक्तिशली जडी़-बूटी है, इसके उपयोग से खुजली और बवासीर के दर्द को कम करने में मदद मिलती है, यह बवासीर के उपचार के लिए भी जानी जाती है। इसकी पत्‍तियों से बने मलहम का बवासीर से प्रभावित जगह पर लगाने से बवासीर की सूजन को कम करने में मदद मिलती है।

टी ट्री ऑयल के उपयोग से लाभ

टी ट्री ऑयल में एंटीसेप्टिक गुण मौजूद होते हैं, जो सूजन और जलन को कम करने में सहायता करते हैं। यह केवल ग्रेड 1 की बवासीर में लाभ पहुंचाता है।

एलोवेरा जेल और हल्दी के उपयोग से बवासीर की समस्या में लाभ

एलोवेरा जेल और हल्दी के उपयोग से पाइल्स में लाभ पाने के लिए। थोड़े एलोवेरा जेल में एक चम्मच पिसी हुई हल्दी मिलकर पेस्ट बना लें। रात को सोने से पहले नियमित रूप से इस पेस्ट को बवासीर वाली जगह पर लेप करें। बवासीर में इससे लाभ पाने के लिए लगातार दो सप्‍ताह तक प्रयोग करें।

पाइल्स की समस्या में नीम के फलों की गिरी के उपयोग से लाभ

बवासीर में नीम के फलों की गिरी के उपयोग से लाभ पाने के लिए एक नीम के फल की गिरी और समान मात्रा में गुड़ का नियमित रूप से सुबह खाली पेट सेवन करने से सात से आठ दिन के अंदर इस रोग में काफी आराम मिल सकता है।

बवासीर का इलाज (Bawaseer Ka Ilaj)

बवासीर में एनल कैनॉल में मस्‍से हो जातें है जिसकों दूर करने के लिये डॉक्‍टर रोगी को ऑपरेशन करने की राय या सलाह देता है । ऑपरेशन कराने के कुछ समय बाद ज्‍यादातर रोगियों को बवासीर की परेशानी फिर से होने लगती है। ऑपरेशन से बवासीर के मस्‍सों का समूल नाश नहीं होता है। बवासीर के मस्‍सों को दूर करने के लिये रोगी को ऐसी आयुर्वेदिक दवाओं को प्रयोग करना चाहिये जो मस्‍सों को सुखाने में सक्षम हों। मेडिकल स्‍टोर या ऑनलाइन बाजार में कई सारी ऐसी दवायें मिलती हैं जो मस्‍सों को सुखाकर हमेशा के लिये ठीक कर देती है। एकबार जब मस्‍सा ठीक हो जाता है तो बवासीर ठीक हो जाती है।

और पढ़ें– बवासीर के मस्‍सों को सुखाने की टॉपटेन दवायें

निष्कर्ष

इस लेख को पढ़कर आपने बवासीर को 3 दिन में ठीक करने के घरेलू उपाय (Home remedies to cure piles in 3 days) के बारे में जाना होगा। लेकिन घरेलू नुस्खों के उपयोग बवासीर के लक्षणों को कम तो किया जा सकता लेकिन पूरी तरह से ठीक नहीं किया जा सकता। इसलिये रोगी को बवासीर के मस्‍सों को सुखाने की दवाओं का प्रयोग करना चाहिये।

लोगों द्वारा पूछे जाने वाले प्रश्न और उनके उत्तर

स्टेज 4 बवासीर क्या है ॽ

स्टेज 4 की वबासीर में मलत्याग के समय तेल रक्त बहने लगता है, और मस्से हमेशा के लिए बाहर आ जाते है, मस्सों का आकार अधिक बढ़ा हो जाता है।

बवासीर किस उम्र में होता है ॽ

जॉन हॉपकिंस मेडिसिन की रिपोर्ट के अनुसार 45-65 साल की उम्र में बवासीर (पाइल्स) होने का खतरा सबसे अधिक होता है।

क्या बवासीर को पूरी तरह ठीक किया जा सकता है ॽ

जी हां, बवासीर को पूरी तरह ठीक किया जा सकता है। छोटी बवासीर को घरेलू उपचारों और दवाओं से ठीक किया जा सकता है, और बड़ी बवासीर के इलाज में सर्जरी की आवश्यकता हो सकती है। इसके अलावा कुछ मामलों बवासीर को सर्जरी के बिना भी ठीक किया जा सकता है।

पाइल्स की समस्या में कौन से फलों का सेवन करन चाहिए

पाइल्स की समस्या में फाइबर से भरपूर फल लाभदायक होते हैं। इस रोग में सेब, नाशपाती, खरबूजा, केला, कीवी और प्रून इत्यादि। फलों का सेवन किया जा सकता है। यह कब्ज की समस्या को कम करने में मदद करते हैं, और इस तरह पाइल्स की समस्या में लाभ होता है।

क्या देसी घी और हल्दी के उपयोग से बवासीर में लाभ मिल सकता है

जी हां देसी घी और हल्दी के उपयोग से बवासीर में लाभ मिल सकता है। इसका प्रयोग करने के लिए, थोड़े से देसी घी में एक चम्मच हल्दी पाउडर मिलाकर मिश्रण बना लें। इस मिश्रण को नियमित रूप से बवासीर वाली जगह पर लगाएं। कुछ ही दिनों में पाइल्स की समस्या में लाभ मिलेगा।

क्या बवासीर मौत का कारण बन सकती है ॽ

जी नहीं बवासीर मौत का कारण नहीं बन सकती है, लेकिन यह बहुत अधिक दर्द और परेशानी दे सकती है, इसलिए पाइल्स की समस्या होने पर डॉक्टर से सलाह जरूर लें।

क्या बवासीर के कारण पेट में ऐंठन भी हो सकती है ॽ

पाइल्स (बवासीर) में कुछ लोगों को पेट में ऐंठन और दर्द महसूस होता हैं। ऐसा कब्ज की समस्या के कारण हो सकता है

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