बवासीर के मस्से सुखाने के उपाय (Remedies to dry piles warts in hindi)

बवासीर के रोग से दुनियाभर में कई लोग पीड़ित हैं। यह बहुत दर्दनाक रोग होता है। इस रोग को कई नामों से जाना जाता है, जैसे हेमोरोइड्स (Hemorrhoids), मूलव्याधि, पाइल्स(Piles)‚ अर्श इत्यादि नामों से जाना जाता है। इस रोग में लोगों का चलना फिरना भी मुश्किल हो जाता है। इस बीमारी में गुदाद्‍वार के अन्‍दर की नसों की शिराओं में सूजन के कारण मस्‍से बन जाते हैं। रोगी को इन्‍ही मस्‍सों के कारण मल त्‍याग करते समय दर्द‚ जलन और सूजन जैसी कई समस्‍याओं का सामना करना पड़ता है। बवासीर के बारे में तो कई लोग बात करते हैं लेकिन कोई बवासीर के मस्‍से सुखाने के उपाय (Remedies to dry piles warts in hindi)सही ढ़ंग से नहीं बता पाता है। तो दोस्‍तों यदि आप बवासीर के मस्से सुखाने के उपाय (Remedies to dry piles warts in hindi) जानना चाहते हैं तो तो इस लेख को पूरा पढ़ें। बवासीर के मस्‍से सुखाने के उपाय (Remedies to dry piles warts in hindi)जानने से पहले कुछ बवासीर के बारे में भी जान लेते हैं।

बवासीर (पाइल्स) क्या है ॽ

बवासीर ज्‍यादतर कब्‍ज के कारण हो जाती है। कब्‍ज होने की वजह से रोगी का मल सूख जाता है और जब रोगी सुबह शौच को जाता है तो वही मल गुदा (Anus)की सतह से रगड़ खा कर निकलता है। बार–बार रगड़ खाने से गुदा नलिका (Anal Canal) के अंदर की नसों की शिराओं में मस्‍से बन जाते है। गुदा नलिका (Anal Canal)में बने इन्‍ही मस्‍सों को बवासीर कहते हैं।

बवासीर के प्रकार

आमतौर पर बवासीर दो प्रकार की होती है जो निम्‍न हैं :

खूनी बवासीर– खूनी बवासीर में एनल कैनाल में मस्‍से हो जाते हैं। ज्‍यादा कब्‍ज होने पर या मल कठोर होने पर वह मस्‍सों से रगड़ कर आता है‚ जिसके कारण गुदा नलिका में मौजूद मस्‍से कट जाते हैं। मस्‍सों के कट–फट जाने के कारण मरीज जब मलत्‍याग करता है तो मल के साथ में ही या कभी– कभी बाद में खून आ जाता है। खूनी बवासीर के ज्‍यादातर मरीजो को किसी भी तरह का दर्द नहीं होता है।

बादी बवासीर – खराब दिनचर्या और असंतुलित खानपान की वजह से कई लोगों को कब्‍ज‚गैस और एसीडिटी की शिकायत हो जाती है‚ जिसके कारण बादी बवासीर हो जाती है। बादी बवासीर में भी गुदाद्‍वार के अन्‍दर मस्‍से बन जाते हैं कुछ समय बाद जब यह बड़े हो जाते हैं तो गुदा के बाहर आने लगते हैं। इन मस्‍सों की वजह से रोगी को दर्द‚जलन‚ सूजन और खुजली की शिकायत होती है।

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बवासीर के मस्से सुखाने के उपाय (Remedies to dry piles warts in hindi)

बवासीर के मस्से सुखाने के उपाय (Remedies to dry piles warts in hindi) और कई सारे घरेलू इलाज प्रचलित हैं‚ जिनमें से कुछ निम्‍नानुसार हैं–

सफेद तिल के उपयोग से करें बवासीर को दूर।

सफेद तिल के उपयोग से बवासीर को दूर किया जा सकता है। 5 ग्राम सफेद तिल को 10 ग्राम देसी घी या मक्खन में मिलाकर गोलियां बना ले। इन गोलियों का रोज सुबह एक महीने तक पानी के साथ खाली पेट सेवन करें। इसका सेवन करने से बवासीर की परेशानियों में राहत मिल सकती है लेकिन यह बवासीर के मस्से सुखाने के उपाय (Remedies to dry piles warts in hindi)नहीं है।

एलोवेरा के उपयोग से बवासीर के मस्सों को करें दूर।

एलोवेरा में अनेक औषधीय गुण पाय जाते हैं। एलोवेरा के उपयोग से बवासीर के मस्सों को दूर किया जा सकता है। मस्सों को दूर करने के लिए एलोवेरा जेल को रोज बवासीर के मस्सों पर लगाएं। ऐसा करने से कभी–कभी मस्सें सिकुड़ने तो लगते हैं लेकिन जैसे ही एलोवेरा को लगाना बन्‍द किया वह फिर से बड़े हो जाते हैं इसलिये बवासीर के मस्से सुखाने के उपाय (Remedies to dry piles warts in hindi) न करके मस्‍सों को सुखाने की दवाओं का सेवन करना चाहिये।

अरंडी के तेल से बवासीर (पाइल्स) के मस्सों को करें खत्म

अरंडी के तेल का उपयोग करके बवासीर के मस्सों के दर्द को कुछ समय के लिये दूर किया जा सकता है। लेकिन मस्‍सों को सुखाया नहीं जा सकता है।

बवासीर के मस्सों को दूर करने के लिए नीम के पत्तों का उपयोग

बवासीर के मस्सों को कई सारी आयुर्वेदिक जड़ी–बूटियों के साथ मिलाकर खाने से मस्‍सों को सुखाया जा सकता है। ऐसी जड़ी–बूटियों और विधियों का ज्ञान अच्‍छे आयुर्वेदाचार्यों या वैद्‍यों के पास होती है। इसलिये बवासीर के मस्‍सों को सुखाने के लिये किसी अच्‍छी दवा का चयन कर लेना चाहिये।

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बवासीर के मस्सों को दूर करने के लिए सर्जरी

बवासीर के मस्‍सों को सुखाने के लिये मुख्य रूप से दो तरह की सर्जरी की जाती है।

  • ओपन सर्जरी
  • लेजर सर्जरी

ओपन सर्जरी- इस तरह की सर्जरी काफी समय से सर्जन के द्‍वारा प्रयोग में लायी जाती रही है। इसमें बिना किसी इलेक्‍टॉनिक उपकरण की सहायता से सर्जन के द्‍वारा मस्‍सों को हटाया जाता है। यह सर्जरी काफी तकलीफदेह होती है। इसमें मरीज को कम से कम एक माह तक परेशानी होती रहती है।

लेजर सर्जरी– इस तरह की सर्जरी कुछ समय पूर्व ही प्रचलन में आयी है। इसके द्‍वारा सर्जरी कराने में मरीज को बहुत कम परेशानी होती है और मरीज एक सप्‍ताह के अन्‍दर ही आपने कार्य कर सकता है। इस सर्जरी में खून नाममात्र का ही निकलता है।

बवासीर के मस्‍सों को सुखाने का आयुर्वेदिक इलाज

बवासीर के मस्‍सों को सुखाने के लिये सदियों से आयुर्वेदिक औषधियों का प्रयोग होता रहा है। आजकल भी दवा बाजार में और ऑनलाईन कई सारी दवायें उपलब्‍ध हैं जो बवासीर के मस्‍सों को सुखा कर खत्‍म कर देतीं है। इस लिये बवासीर के मरीज को ऑपरेशन कराने से पहले ऐसी दवाओं का चयन करना चाहिये जो मस्‍सों को सुखा कर समाप्‍त कर सकें। एक बार जब मस्‍सा सूख जाता है तो बवासीर ठीक हो जाती है।

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निष्कर्ष

बवासीर के मस्से सुखाने के उपाय के इस लेख में आपने जाना होगा कि बवासीर के मस्सों को घरेलू नुस्‍खों के द्‍वारा ठीक नहीं किया जा सकता है। बवासीर के मस्से सुखाने के उपाय और देशी तरीकों को अपने आप से नहीं करना चाहिये। बवासीर के मस्से सुखाने के उपाय मात्र आयुर्वेदिक दवायें है कोई घरेलू नुस्‍खा या तरीका नहीं है। आयुर्वेदिक दवाओं से जब मस्‍सा सूख न पाये तो ही ऑपरेशन कराना चाहिये। बवासीर का ऑपरेशन कराने के बाद भी ज्‍यादातर रोगियों को बवासीर फिर हो जाने के मामले सामने आते रहते हैं।

लोगों द्वारा पूछे जाने वाले प्रशन और उनके उत्तर

क्या बवासीर को हमेशा के लिए ठीक हो सकती है

आयुर्वेदिक दवाओं के माध्यम से बवासीर को ठीक किया जा सकता है। लेकिन ऑपरेशन कराने बाद कभी-कभी बवासीर ठीक होने के बाद फिर से हो जाती है।

बवासीर के मस्सों को सुखाने के लिए क्या खायें

बवासीर के मस्सों को सुखाने के लिए रोगी को ऐसी दवाओं का सेवन करना चाहिये जो मस्‍सों को सुखा कर समाप्‍त कर दे।

मस्‍सों को सुखाने की दवायें कहॉ मिलती हैं

बवासीर के मस्‍सों को सुखाने की कई सारी दवायें ऑनलाइन शॉपिंग पोर्टलों पर उपलब्‍ध हैं‚ जिनमें से सही दवा का चयन करके सेवन करना चाहिये।

बवासीर कितने ग्रेड की होती है

बवासीर 4 ग्रेड की होती है।

क्या अरंडी के तेल से बवासीर के मस्सों को दूर किया जा सकता है

जी नहीं‚ अरण्डी के तेल के प्रयोग से जलन और सूजन को ही कम किया जा सकता है। मस्सों पर अरंडी का तेल लगाने से मस्से ठीक नहीं होते हैं।

क्या सफेद तिल के उपयोग से बवासीर के मस्सों को दूर किया जा सकता है ॽ

सफेद तिल के उपयोग से बवासीर के मस्सों में हो रही जलन और सूजन को कम किया जा सकता है।

बवासीर होने का मुख्य कारण क्या हो सकता है ॽ

बवासीर होने के कई कारण होते है परन्‍तु पाइल्स का मुख्य कारण कब्ज है।

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