बवासीर की 6 बेहतरीन क्रीम (best ointment for piles)

Best ointment for piles : हमारे भारत वर्ष में आजकल काफी संख्या में बवासीर के मरीज देखने को मिल जाते है। इससे युवावर्ग और बुजुर्ग ज्‍यादा प्रभावित हैं। रोजगार में ज्‍यादा समय देने के कारण या आलस्‍य के प्रभाव से अधिकतर युवाओं की जीवनशैली अंसयमित हो गयी है जिसके कारण खाने–पीने का कोई तय समय नहीं रह गया है। जिसके कारण कब्‍ज की शिकायत हो जाती है‚ कब्‍ज ही बवासीर होने का मुख्य कारण है। बवासीर को लक्षणों के अुनसार चार ग्रेड में बांटा गया है। प्रथम और द्वितीय ग्रेड की बवासीर में बवासीर की क्रीम काफी उपयोगी साबित होती है। इस लेख में आपको बवासीर की 6 सबसे अच्‍छी क्रीम (best ointment for piles) के बारे में जानकारी दी गयी है। बवासीर की सर्वश्रेष्‍ठ क्रीम की जानकारी (best ointment for piles) देने से पहले आइये जान लेते है कि बवासीर क्‍या है–

इस लेख में आगे बवासीर के इलाज के लिए 6 क्रीम के बारे में बताया गया है। इस रोग का उपचार करने से पहले इसका चेकअप कराना और इसके उपचार के लिए डॉक्टर से सलाह लेना दोनो बहुत आवश्क हैं।

बवासीर (पाइल्स) क्या है

बवासीर एक गुदा से जुड़ी बीमारी है, यह ज्‍यादातर कब्‍ज बने रहने के कारण होता है। इसके अलावा मोटापा‚गर्भावस्‍था में भी यह हो जाता है। यह अनुवांशिक रोग भी है, इसे अंग्रेजी में पाइल्स या Hemorrhoids भी कहा जाता है। इस रोग में एनल कैनॉल के अन्‍दर की नसों की शिराओं में मस्‍से बन जाते हैं। कब्‍ज के कारण मल त्‍यागते समय जब कठोर और सूखा मल इन्‍ही मस्‍सों से रगड़ खाता है तो रोगी को दर्द‚ जलन और सूजन की शिकायत हो जाती है। जब यही बवासीर पुरानी हो जाती है तो यह मस्‍से गुदा के बाहर आने लगते हैं। सही समय पर इसका इलाज करना बहुत जरूरी होता है, क्योकि यह ज्यादा पुराना होने पर भगन्दर का रूप लेता है। आइये जानते हैं कि बवासीर कितने ग्रेड की होती है–

बवासीर के ग्रेड

मुख्यतः बवासीर 4 ग्रेड की होती है–

ग्रेड-1 की बवासीर

1-ग्रेड की बवासीर में मलत्याग के समय कठिनाई महसूस होती है, और गुदा क्षेत्र में सामान्य खुजली भी हो सकती है। इसे बवासीर की शुरुआती अवस्था कह सकते हैं। इसे दूर करने के लिए लोग घरेलू उपचार अपनाते हैं परन्‍तु इन घरेलू उपचारों को कोई ज्‍यादा आराम रोगी को नहीं मिलता है। इसलिये बवासीर को ठीक करने के लिये मस्‍सों को सुखाने वाली दवाओं का सेवन करना चाहिये।


ग्रेड-2 की बवासीर

ग्रेड-2 की बवासीर में चलते-फिरते, उठते-बैठते समय हल्का दर्द होता है, और मलत्याग के समय दर्द या हल्का रक्त आ सकता है। इसके अलावा गुदा क्षेत्र में खुजली की समस्या होती है। इसमें मलत्याग के समय मस्से बाहर आ जाते है, और मलत्याग के बाद खुद ही अन्दर चले जाते है। इसके लक्षण ग्रेड-1 की बवासीर के थोड़े ज्यादा होते हैं। ग्रेड-2 की बवासीर में घरेलू नुस्खों का उपयोग कभी नहीं करना चाहिये इसके लिये रोगी को तुरन्‍त मस्‍सों को सुखाने वाली दवाओं का सेवन करना चाहिये।

ग्रेड-3 की बवासीर

ग्रेड-3 की बवासीर में गुदा क्षेत्र से पस या हल्के रंग का खून आने लगता है और मलत्याग करते समय भयानक दर्द होता है। इसमें मलत्याग के समय बाहर आने वाले मस्सों को उँगलियां से गुदा के अन्दर करना पड़ता है और ये मस्‍से खुद से अन्दर नहीं जाते है। इस ग्रेड की बवासीर भी बड़ी आसानी से आयुर्वेदिक दवाओं से ठीक हो सकती है। रोगी को इसके लिये मस्‍सों को सुखाने वाली दवाओं का प्रयोग करना चाहिये। एक बार यदि बवासीर का मस्‍सा सूख जाता है तो बवासीर ठीक हो जाती है।

ग्रेड-4 की बवासीर

ग्रेड-4 की बवासीर में चलते-फिरते, उठाते-बैठते हर समय गुदा क्षेत्र मे दर्द होता रहता है और मलत्याग के समय या बाद में तेजी से खून आने लगता है और दर्द भी बहुत तेज होता है। मस्सों का आकार बहुत बड़ा हो जाता है। इसमें मस्से हमेशा गुदा द्‍वार के बाहर निकले रहते हैं। इस ग्रेड की बवासीर में भी आयुर्वेदिक दवायें काफी कारगर है। इसमें रोगी को ऑपरेशन कराने से पहले मस्‍सों को सुखाने वाली दवाओं का प्रयोग करके देखना चाहिये यदि दवा से आराम न मिले तो ही सर्जरी करानी चाहिये।

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बवासीर के लिये 6 सर्वश्रेष्‍ठ क्रीम (best ointment for piles )

बवासीर के मस्‍सों और गुदा क्षेत्र के आसपास हो दर्द‚ जलन और सूजन से आराम दिलाने के लिये वैसे तो कई क्रीम बाजार में उपलब्‍ध है लेकिन आज आपको 6 ऐसी सर्वश्रेष्‍ठ क्रीम (best ointment for piles) के बारे में जानकारी दी जायेगी जो दर्द और जलन में जल्‍दी आराम दिलाती है।

1- शील्ड क्रीम (Shield Ointment 15 gm)

शील्ड क्रीम को प्रयोग बवासीर की समस्या में किया जा सकता है। यह बवासीर के लिये 6 सबसे क्रीम (best ointment for piles) में से एक है। इसमें स्किन को लाभ पहुंचाने वाले कई प्रकार के सक्रिय घटक मौजूद होते हैं। इसमें त्वचा की समस्या को कम करने वाला एलेंटोइन नामक एक केमिकल कंपाउंड मौजूद होता है। इसके अलावा जिंक ऑक्साइड, लिडोकेन और हाइड्रोकॉर्टिसोन पाया जाता है। शील्ड क्रीम ऐसे पाइल्स रोगियों के लिए बेहतर है, जिन्हें पाइल्स के अलावा अन्य स्किन रोग जैसे एक्जिमा से पीड़ित हो।

Manufacturer/Marketer– GLAXO SMITHKLINE PHARMACEUTICALS LTD

SALT Composition– ALLANTOIN-0.5%W/W + HYDROCORTISONE-0.25%W/W + LIDOCAINE-3%W/W + ZINC OXIDE-5%W/W

2- एनोवेट क्रीम (‎Anovate Cream)

एनोवेट क्रीम पाइल्स में होने वाले दर्द को दूर करने के लिए बहुत लाभदायक होती है। इसको भी बवासीर की अच्छी क्रीमों (best ointment for piles) में गिना जाता है। एनोवेट क्रीम तीन एलोपैथिक साल्‍टों को मिला बनायी गयी एक कॉम्बिनेशन क्रीम है। इसको एनल एरिया में लगाने से बवासीर के रोगी को दर्द, सूजन, खुजली और परेशानी से राहत मिलती है। .

Manufacturer/Marketer– यूएसवी लिमिटेड
SALT Composition– Phenylephrine (0.10% w/w) + बेक्लोमेटासोन (0.025% w/w) + लिडोकेन (2.50% w/w)

3- डोबेसिल क्रीम (Dobesil Ointment)

इस क्रीम के उपयोग से भी बवासीर में होने वाला दर्द, खुजली और जलन दूर होती है और सूजन भी कम होती है। यह बवासीर के लिये सर्वश्रेष्‍ठ क्रीम (best ointment for piles) है। शुरूआती पाइल्स में होने वाले रक्त स्राव को भी दूर किया जा सकता है। इसको अधिकतर सभी अच्‍छे डॉक्‍टर अपने मरीज को रिकमण्ड करते है।

Manufacturer/Marketer– Sun Pharmaceutical Industries Ltd
SALT COMPOSITION- Calcium Dobesilate (NA)

4- पाइल्गो–एच क्रीम (Pilogo-H Cream)

Leeford Pilogo-H Cream क्रीम एक आयुर्वेदिक क्रीम है। इसके प्रयोग से भी बवासीर में के दर्द जलन और सूजन में काफी जल्‍दी आराम मिल जाता है। इसको लगाने से त्‍वचा सम्‍बन्‍धी अन्‍य साईड इफेक्‍ट नहीं होते है। यह एक प्रसिद्ध दवा कम्‍पनी द्‍वारा बनायी गयी बवासीर की बहुत अच्छी क्रीम (best ointment for piles) है जो आसानी से किसी भी मेडिकल स्‍टोर पर मिल जाती है।

Manufacturer/Marketer– Leeford Healthcare Ltd
SALT COMPOSITION– Rajat‚ Haldi‚ Yavani Satva‚ Pudina‚ Marigold

5- अनुसोल हेमोराइडल (Anusol Cream)

अनुसोल हेमोराइडल मरहम के प्रयोग से दर्द तुरंत खत्म होता है, और इसका प्रभाव लम्बे समय तक रहता है। इसमें जिंक सल्फेट और मोनोहाइड्रेट जैसे राहत देने वाले तत्व पाए जाते है। इस मरहम के उपयोग से आंतरिक और बाहरी दोनों तरह की बवासीर को दूर किया जा सकता है।

डॉक्टर बटलर hemorrhoids एंड फिशर क्रीम (Doctor Butler’s Hemorrhoid & Fissure Ointment)

इस क्रीम के उपयोग से प्रथम चरण की बवासीर कुछ ही दिनों में दूर हो जाती है। इस क्रीम में प्राकृतिक औषधियां और एमिनो एसिड पाया जाता है, जिसके कारण यह बवासीर जैसे रोग से लड़ने में सक्षम है। इस क्रीम को यूनाइटेड स्टेट फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेषन द्वारा मान्यता प्राप्त है। नियमानुसार इसका प्रयोग करने से बवासीर में होने वाले दर्द, जलन, सूजन और रक्त प्रवाह दूर होता है। डॉक्टर बटलर हेमोरोइड फिशर क्रीम भारत में भी मौजूद है, और किसी भी मेडिकल स्टोर पर आसानी से मिल जाती है।

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बवासीर में क्रीम का उपयोग कैसे करें

अभी तक आपको 6 सर्वश्रेष्‍ठ बवासीर की क्रीम (best ointment for piles)
के बारे बताया गया है। आईये अब जानते है कि इनको प्रयोग कैसे करें–

क्रीम का उपयोग करने से पहले गुदा क्षेत्र को बिना सुगंध वाले साबुन और गुनगुने जल से साफ करके सुखा लें। और अपने हाथों को साबुन से अच्‍छी तरह से साफ कर लें उसके बाद क्रीम को उँगलियों से मस्सों पर धीरे-धीरे लगाएं। क्रीम को उँगलियों पर लेने से पहले नाखून काट काट लेना चाहिये अन्यथा मस्‍सों में खरोंच लगने की सम्‍भावना हो सकती है। क्रीम को लगाने के बाद दो से तीन घंटे तक मलत्याग करने से बचना चाहिये।

निष्‍कर्ष

इस लेख के माध्यम से आपने बवासीर की समस्या और उससे आराम पाने के लिये 6 सर्वश्रेष्‍ठ क्रीम (best ointment for piles) के बारे में बताया गया है। बवासीर में क्रीम दर्द‚ जलन और सूजन में आराम तो दिलाने में सहायक हो सकतीं हैं परन्‍तु यह बवासीर के मस्‍सों को नहीं सुखा सकती है। बवासीर के मस्‍सों को सुखाने के लिये रोगी को ऐसी आयुर्वेदिक दवाओं का सेवन करना चाहिये जो कि गुदा नलिका के अन्‍दर और बाहर आये हुये मस्‍सों को सुखा सकती है ।

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लोगों द्वारा पूछे जाने वाले कुछ महत्वपूर्ण प्रश्न और उनके उत्तर

बवासीर के लक्षण क्या होते हैं

बवासीर के लक्षण जैसे मलत्याग के समय दर्द होना, गुदा में जलन और खुजली होना, मलत्याग के समय खून आना, गुदा के ओर पास गांठ या सूजन होना, बार-बार मल त्यागने की इच्छा होना और मल का बाहर न आना इत्यादि।
क्या क्रीम से बवासीर को ठीक किया जा सकता है

बवासीर का रोग होने के क्या कारण हो सकते हैं ॽ

बवासीर होने के कई कारण हो सकते है, जैसे लम्बे समय तक खड़े रहना या बैठे रहना, अधिक तला और मिर्च-मसाले वाला भोजन करना, शौच का ठीक से न हो पाना, फाइबर से भरपूर भोजन का सेवन न करना, शारीरिक गतिविधि कम करना, धूम्रपान और शराब का सेवन करने से और प्रसव क्रिया के समय गुदा क्षेत्र पर दबाव पड़ने के कारण भी बवासीर होने की सम्भावना रहती है।

क्या अनुसोल हेमोराइडल मरहम के उपयोग से बवासीर को ठीक किया जा सकता है ॽ

जी हां, अनुसोल हेमोराइडल मरहम के उपयोग से बवासीर की समस्या को दूर किया जा सकता है। इसके प्रयोग से दर्द तुरंत खत्म होता है और इसका प्रभाव लम्बे समय तक रहता है। इसमें जिंक सल्फेट और मोनोहाइड्रेट जैसे राहत देने वाले तत्व पाए जाते है। इस मरहम के उपयोग से आंतरिक और बाहरी दोनों तरह की बवासीर को दूर किया जा सकता है।

बवासीर का रोग होने पर फल का सेवन करने से क्या होता है ॽ

बवासीर की समस्या में फलों का उपयोग करना बहुत लाभदायक माना जाता है। कुछ फल जैसे सेब, केला और संतरा इत्यादि खाने से शरीर को उचित फाइबर प्राप्त होती है। कुछ फलों को छिलके के साथ ही खाना चाहिए जैसे सेब इसके छिलके में अधिक मात्रा में फाइबर पाया जाता है।

क्या पाइल्स की समस्या में अंडा खाना लाभदायक है ॽ

पाइल्स की समस्या में अंडा खाना लाभदायक या नहीं इस पर कोई शोध उपलब्ध नहीं है। अंडे की जर्दी के पेस्ट को जौ के आटे में मिलाकर पाइल्स (बवासीर) वाली जगह पर लगाने से रक्त बहने से रोकने में लाभ मिल सकता है।

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सन्दर्भ :

Herman Villalba, MD and Maher A Abbas, MD, FACS, FASCRS : Hemorrhoids: Modern Remedies for an Ancient Disease

Savas Ustunova, Bulent Ergin, Ebru Gurel, Nur Tan, : Herbal Haemorrhoidal Cream for Haemorrhoids

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