पाइल्स का उपचार हल्दी से कैसे करें? (How to Treat Piles with Turmeric? )

पाइल्स का उपचार हल्दी से कैसे करें: पाइल्स, जिसे हम लोग आम बोलचाल की भाषा में बवासीर के नाम से जानते हैं । आज कल यह एक आम समस्या बन गयी है। हमारा खान-पान और दैनिक दिनचर्या दिन प्रति दिन खराब होती जा रही है। जिसके कारण हमारा पाचन तंत्र खराब होता जा रहा है खराब खान पान के कारण कब्ज की शिकायत बढ़ रही है। बवासीर होने का मुख्य कारण कब्ज है। कब्ज के कारण मल त्यागने के समय ताकत लगानी पड़ती है जिसके करण हमारे एलन कैनाल की नसें फूल जाती है और इनकी शिराओं में सूजन आ जाती है। जिसके कारण एलन के आस–पास सूजन हो जाती है सूजन के कारण मल त्याग करते समय दर्द होता है और कभी कभी मरीज को खून भी आने लगता है। समय से बवासीर का इलाज नहीं कराने पर ऑपरेशन कराना ही एक मात्र विकल्प रह जाता है। यदि आपको बवासीर की शुरूआती समस्या है तो हम आपको आराम दिलाने के लिये आपकी किचिन में मौजूद हल्दी की सहायता से कुछ  अच्छे घरेलू नुस्खे बताने जा रहे हैं। तो आईये जानते हैं उन नुस्खों के बारे में-

हल्दी एक बहुत ही महत्वपूर्ण मसाला है जो सभी घरों के रसोईघर में मिल जाता है। इसका प्रयोग प्राचीन काल से हमारे भोजन में और सेहत के कई विकारों को ठीक करने में किया जाता रहा है। इसमें पाये जाने वाले विशिष्ट औषधीय गुणों के कारण ही इसे कई तरह की बीमारियों को ठीक करने में किया जाता है। इसमें करक्यूमिन नाम का तत्व पाया जाता है जो बवासीर में काफी लाभदायक है। इसके अलावा यह प्राकृतिक रूप में एंटीसेप्टिक, एंटीवायरल, एंटीऑक्सीडेंट, एंटीकार्सिनोजेनिक और एंटीबायोटिक भी है ।

पाइल्स का उपचार हल्दी से कैसे करें?

हल्दी को विभिन्न प्रकार के तेल और रसों के साथ मिला कर सेवन करने से बवासीर की परेशानियों को काफी हद तक कम किया जा सकता है। आईये जानते है इसका प्रयोग कैसे करें।

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बवासीर के लिए हल्दी और नारियल तेल का उपयोग कैसे करें how to use turmeric and coconut oil for piles

हल्दी में सूजन को कम करने वाले गुण होते हैं साथ ही यह बवासीर के दर्द में भी राहत देती है। इसको नारियल के तेल में मिलाकर कॉटन या साफ कपड़े की मदद से एनस एरिया के आस पास और बाहर निकले हुये मस्सों पर लगाना चाहिये। इसके उपयोग से मरीज को काफी आराम मिल सकता है। 

बवासीर के लिए हल्दी और प्याज के रस का उपयोग कैसे करें  (How to use Turmeric and Onion Joice for Piles)

बवासीर में प्याज का रस और हल्दी का मिश्रण भी काफी लाभदायक होता है। इस मिश्रण को बनाने के लिये एक प्याज का रस निकाल लें और उसमें हल्दी मिला कर पेस्ट बना लें। इस पेस्ट या मिश्रण को सुबह शाम बवासीर वाले स्थान पर लगा कर लगभग आधा घण्टा के लिये छोड़ दें। ऐसा कुछ दिनों तक करने से बवासीर में आपको काफी हद तक आराम मिल सकता है।

बवासीर के लिए हल्दी और एलोवेरा का उपयोग कैसे करें (How to use Turmeric and Aloe Vera for Piles)

एलोवेरा और हल्दी दोनों में सूजन को कम करने के गुण पाये जाते हैं। एलोवेरा और हल्दी को मिला कर पेस्ट बना कर एलन एरिया में लगाना चाहिये। इससे आपको काफी आराम मिल सकता है।

बवासीर के लिए हल्दी और सरसों के तेल का उपयोग कैसे करें (How to use Turmeric and Musturd oil for Piles)

हल्दी रक्त स्राव को रोकने में सहायक होती है। जिन मरीजों को बवासीर में खून आता है उन्हे सरसों के तेल में मिला कर लगाना चाहिये। यह नुस्खा खून को रोकने के साथ साथ सूजन और दर्द को भी कम करने में सहायक है।

निष्कर्ष– दोस्तों आज आपने जाना कि पाइल्स का उपचार हल्दी से कैसे करें? यइ एक घरेलू नुस्खा है जो कभी–कभी फायदा तो पहुॅचाता है लेकिन इससे बवासीर के मस्से पूर्ण रूप से ठीक नहीं होते हैं। बवासीर में जब तक मस्से सूख कर खत्म नहीं हो जाते हैं तब तक बवासीर ठीक नहीं हो सकती है। इसलिये आपको बवासीर की ऐसी दवा खानी चाहिये जो मस्सों को सुखा सकती हो। आजकल बाजार में कुछ चुनिन्दा ऐसी आयुर्वेदिक दवायें मौजूद है जो मस्सों को सुखा देती है।

बवासीर के मस्सों को सुखाने वाली टॉपटेन दवायें

नम्बर -1 : हीमोहाईड पाउडर (Hemohide Powder)

नम्बर -2 : एनोफिट किट (Anofit Kit)

नम्बर -3 : अर्शकल्प वटी (Arsh Kalp Vati)

नम्बर -4 : पाइलेक्स टेबलेट

नम्बर -5 : पतंजलि दिव्य अर्शकल्प वटी

नम्बर -6 : पायलो चेक टेबलेट  

नम्बर -7 : पीलिफ टेबलेट चरक फार्मा (Pilief Tablet )

नम्बर -8 : पाइलोकिट (PiloKit)  

नम्बर -9 : पाईल्स मेट्रिक्स किट (Piles Matrix Kit)

नम्बर -10 : डॉ० वैद्याज पाइल्स टेबलेट (Dr Vaidyas Piles Teblet)

नम्बर -11 : डॉ पाइल्स फ्री (Dr. Piles Free)

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